चंद्र प्रकाश
सूरजपुर। जिले के प्रेमनगर जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत जयपुर में स्वच्छ भारत मिशन के तहत लाखों रुपये की लागत से निर्मित सामुदायिक शौचालय उपयोग में आने से पहले ही जर्जर हालत में पहुंच गया है। शासन की स्वच्छता योजना को धरातल पर उतारने की बजाय जिम्मेदार अफसरों की लापरवाही ने लाखों की राशि को बर्बाद कर दिया है।
ग्राम पंचायत जयपुर में स्वच्छ भारत मिशन एवं महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत ₹3 लाख 50 हजार की लागत से सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया था। किंतु सूचना पटल पर निर्माण की तारीख का उल्लेख तक नहीं किया गया है।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यह शौचालय बस्ती से दूर बनाया गया है और निर्माण पूर्ण हुए एक वर्ष से अधिक हो चुका है, लेकिन आज तक इसका उपयोग नहीं हुआ। भवन में अब घास-फूस उग आए हैं, दरवाज़े पर हमेशा ताला लटका रहता है, और निर्माण सामग्री जगह-जगह से टूटने लगी है।
ग्रामीणों ने बताया कि कई बार पंचायत सचिव से जानकारी मांगने पर भी कोई जवाब नहीं दिया गया। इससे स्पष्ट होता है कि जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी जवाबदेही से बच रहे हैं।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि निर्माण कार्य की जांच कर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही दोहराई न जा सके।