सूरजपुर। एक गरीब परिवार की महिला ने सूरजपुर जिले के एक प्रेमनगर विकास खंड के ग्राम अनपूर्णा स्थित ज्ञानोदय शिक्षा मिशन स्कूल

पर आरोप लगाया है कि स्कूल प्रबंधन मनमाफिक  फीस  बकाया बताकर उसकी दो बेटियों का स्थानांतरण प्रमाण पत्र (टीसी) रोक रहा है, साथ ही अवैध शुल्क की मांग और अभद्र व्यवहार कर रहा है। महिला ने जिला शिक्षा अधिकारी को लिखित शिकायत देकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।  

शिकायतकर्ता सुनीता सिंह, जो ग्राम कंचनपुर, विकास खंड प्रेमनगर की निवासी हैं इन्होंने बताया कि वह मेहनत-मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करती हैं। उनकी दो बेटियां - करिश्मा सिंह (कक्षा 5वीं) और कृश सिंह (कक्षा 4थी, आरटीई के तहत) - ग्राम पंचायत अनपूर्णा स्थित ज्ञानोदय शिक्षा मिशन स्कूल, करोंदाडांड में पढ़ती थीं। गांव में काम धाम नहीं मिलने पर सुरजपुर जिला मुख्यालय में रहकर मज़दूरी करके जीवन यापन कर रही है। सुनीता अपनी बेटियों को बेहतर शिक्षा के लिए सूरजपुर मुख्यालय के किसी स्कूल में दाखिला दिलाना चाहती हैं, लेकिन मौजूदा स्कूल टीसी जारी नहीं कर रहा।

शिकायत में कहा गया है कि स्कूल प्राचार्य सुखराम कुजूर ने 12,000 रुपये की मनमानी मांग की, जबकि 3 जुलाई 2025 को 4,000 रुपये पहले ही जमा किए गए थे। इस सत्र में बच्चियां स्कूल नहीं गईं, फिर भी 6 महीने की फीस मांगी जा रही है। पिछले सत्र की फीस बचत कर चुकाई गई, लेकिन अब 9,866 रुपये की अतिरिक्त मांग की जा रही है। सुनीता ने कई बार लिखित आवेदन दिए, लेकिन स्कूल ने टीसी देने से इनकार कर दिया। इतना ही नहीं, प्राचार्य और कर्मचारी मिन्झारिया मिंज ने उनके साथ अपमानजनक व्यवहार किया, जो आरटीई एक्ट की धारा 17 के तहत मानसिक उत्पीड़न माना जाता है।

सुनीता ने शिकायत में जोर दिया कि उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है और टीसी न मिलने से बेटियों का एक साल बर्बाद हो सकता है। उन्होंने मांग की कि स्कूल को टीसी जारी करने का निर्देश दिया जाए, अवैध शुल्क मांग और अभद्र व्यवहार पर कार्रवाई हो, तथा आरटीई के तहत दाखिले की सुविधा सुनिश्चित की जाए। शिकायत की प्रतियां डीपीआई रायपुर, विकास खंड शिक्षा अधिकारी प्रेमनगर भेजी गई हैं। शिकायत पत्र दिए 1 माह होने को है इसके बाद भी जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा मामले की जांच नहीं कराना कई सारे सवाल खड़े होते है।