सुरजपुर। प्रेमनगर विकासखंड के ग्राम पंचायत सारस्ताल स्थित प्राथमिक शाला पण्डोपारा सरसताल में शिक्षा व्यवस्था की लापरवाही पर अब प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है। स्कूल समय में ताला मिलने और शिक्षक अनुपस्थित रहने के मामले में प्रभारी प्रधानपाठक हीरा सिंह मरकाम के खिलाफ कार्रवाई करते हुए विभाग ने उनकी दो वेतन वृद्धि अवरुद्ध कर दी है। यह कार्रवाई विकासखंड शिक्षा अधिकारी द्वारा की गई जांच की रिपोर्ट के आधार पर की गई है, जिसमें शिक्षक के लापता रहने की पुष्टि हुई थी।
इस कार्रवाई को लेकर हमर उत्थान सेवा समिति ने प्रशासन के निर्णय का स्वागत किया है और कहा है कि बच्चों की पढ़ाई से खिलवाड़ करने वालों पर आगे भी ऐसी सख्ती जारी रहनी चाहिए। समिति ने इसे शिक्षा के प्रति समाज और प्रशासन दोनों की जागरूकता का नतीजा बताया है।
पूर्व समाचार का प्रभाव
सीमावर्ती सारस्ताल क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था की बदहाली और स्कूल में ताला मिलने की हमारी दो दिसंबर की विशेष रिपोर्ट ने जिले में हलचल मचा दी थी। रिपोर्ट में दोपहर में स्कूल बंद होने, शिक्षकों की अनियमितता, बच्चों की पढ़ाई पर असर, स्कूल भवन की पुताई तक न होना और महीनों से निरीक्षण न होने जैसे गंभीर मुद्दे उठाए गए थे।
खबर प्रकाशित होते ही तीन दिसंबर को बीईओ प्रताप पैकरा और सहायक खंड शिक्षा अधिकारी सतीश साहू अचानक निरीक्षण के लिए पण्डोपारा स्कूल पहुँचे। निरीक्षण में शिक्षक तो मौजूद मिले, लेकिन स्कूल का बदहाल माहौल और उपेक्षित व्यवस्था देखकर अधिकारियों ने नाराजगी जताते हुए तुरंत सुधार के निर्देश दिए। बताया जा रहा है कि विभाग इस मामले में आगे और भी अनुशासनात्मक कार्यवाही की तैयारी कर रहा है।
समिति की सक्रिय भूमिका
हमर उत्थान सेवा समिति ने शुरुआत से इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया था और कलेक्टर से तत्काल कार्रवाई की मांग की थी। समिति का कहना था कि सीमावर्ती और आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा विभाग का उदासीन रवैया वर्षों से बना हुआ है, जबकि यही क्षेत्र अधिक संवेदनशील और ध्यान के पात्र हैं।
असर दिखाई देने लगा
खबर के सामने आने के बाद प्रशासन सक्रिय हुआ है। ज़िम्मेदारों पर कार्रवाई की है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों बाद पहली बार विभाग गंभीरता दिखाता नजर आ रहा है और उन्हें उम्मीद है कि स्कूल में अब नियमित स्कूल खुलेंगे और शिक्षक आयेंगे ।