बिना नोटिस बुलडोजर कार्रवाई! तहसीलदार पर गुंडागर्दी और पद दुरुपयोग का आरोप


- चन्दननगर में प्रशासन की मनमानी—व्यापारी का होटल-दुकान ध्वस्त, 50 लाख का नुकसान


- बिना आदेश, बिना सूचना—पूरा प्रतिष्ठान उजाड़ा! शासन–प्रशासन की भूमिका पर प्रश्न


सूरजपुर। जिले में शासन–प्रशासन की मनमानी एक बार फिर सवालों के घेरे में है। प्रेमनगर तहसीलदार द्वारा बिना नोटिस बुलडोजर चलवाने की घटना ने पूरे क्षेत्र में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है। ग्राम चन्दननगर के व्यवसायी विजय कुमार साहू के होटल और किराना दुकान को अचानक ध्वस्त कर देने की कार्रवाई को ग्रामीणों ने प्रशासनिक दादागीरी करार दिया है। आवेदक ने आरोप लगाया है कि अधिकारियों ने न केवल कानून को दरकिनार किया बल्कि प्रभाव में आकर पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया, जिससे लाखों का नुकसान हुआ और परिवार सड़क पर आ गया। 


- तहसीलदार माधुरी आंचला पर गुंडागर्दी, पद के दुरुपयोग का आरोप 


जिले में अब यह सवाल उठने लगा है कि क्या प्रशासन कानून से चलता है या रसूखदारों के इशारों पर। इसी कड़ी में जिले के प्रेमनगर विकास खंड के अंतर्गत ग्राम चन्दननगर में बिना किसी नोटिस और सूचना के चलाए गए बुलडोजर की कार्रवाई ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। होटल, पान ठेला और किराना दुकान संचालित करने वाले स्थानीय व्यवसायी विजय कुमार साहू ने प्रेमनगर तहसीलदार माधुरी आंचला पर गुंडागर्दी, पद के दुरुपयोग और प्रभाव में आकर अवैध तरीके से तोड़फोड़ कराने का गंभीर आरोप लगाते हुए कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक सूरजपुर को विस्तृत शिकायतपत्र सौंपा है। 


- प्रशासन कानून से चलता है या रसूखदारों के इशारों पर


शिकायत के अनुसार 13 नवंबर 2025 की दोपहर लगभग तीन बजे तहसीलदार प्रेमनगर पुलिस बल, पटवारी और गांव के कुछ प्रभावशाली व्यक्तियों के साथ अचानक मौके पर पहुंचीं और आवेदक के होटल व दुकान पर लगे ताले तुड़वाकर अंदर रखा कीमती सामान, सोने के जेवर, नगद राशि, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, फर्नीचर व किराना सामग्री तक निकलवा ली। इसके बाद जेसीबी लगवाकर पूरे निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया, जबकि न तो कोई नोटिस दिया गया था और न ही किसी प्रकार की कानूनी कार्यवाही की जानकारी आवेदक या उसके परिवार को थी। घटना के समय आवेदक इलाज के लिए बाहर थे और अन्य सदस्य भी घर पर मौजूद नहीं थे, जिससे पूरी कार्रवाई एकतरफा और मनमानी तरीके से की गई।


- दुकान के ढहने से लगभग पचास लाख रुपये से अधिक की आर्थिक क्षति हुई


व्यवसायी विजय साहू ने बताया कि होटल और दुकान के ढहने से लगभग पचास लाख रुपये से अधिक की आर्थिक क्षति हुई है, जिसमें निर्माण, इलेक्ट्रॉनिक सामान, किराना माल और कीमती जेवर–नगद सभी शामिल हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि तहसीलदार ने सुदीन साय सिंह और उनके समर्थकों के प्रभाव में आकर यह कार्रवाई की, जो पूरी तरह गैरकानूनी और जनविरोधी है। घटना के प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीणों सविता साहू, राम प्यारे साहू, तुलसी यादव सहित अन्य लोगों ने भी बताया कि कार्रवाई अचानक हुई और बिना किसी वैधानिक आदेश के की गई। आवेदक ने यह भी उल्लेख किया कि उसने कुछ दिन पूर्व भी इसी प्रकार की धमकी और दबाव की शिकायत अधिकारियों को दी थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।


- ग्रामीणों में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश


विजय साहू ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि तहसीलदार माधुरी आंचला और सहयोगी व्यक्तियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाए, अवैध रूप से ले जाए गए सामान की बरामदगी कराई जाए, तथा लगभग पचास लाख रुपये की क्षतिपूर्ति दिलाई जाए। ग्राम चन्दननगर सहित आसपास के ग्रामीणों में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश व्याप्त है और लोग इसे प्रशासनिक मनमानी व जनता के अधिकारों का खुला उल्लंघन बता रहे हैं। प्रशासन की चुप्पी और बिना आदेश चलाए गए बुलडोजर पर अब गंभीर सवाल खड़े होने लगे हैं।

इस संबंध में प्रेमनगर तहसीलदार माधुरी आंचला का पक्ष रखने के लिए कॉल कर पक्ष चाहा गया था। साथ ही मैसेज का कोई रिप्लाई भी नहीं दिया गया है।